दशवतार मंदिर रोचक तथ्य | Dashavatara Temple facts
- Yash saini
- Jun 4, 2018
- 2 min read
Updated: Aug 5, 2018
दशवतार मंदिर रोचक तथ्य।
दशवतार मंदिर पाँचवी से छठी शताब्दी में बना उत्तरी भारत का सबसे पुराना मंदिर है। और सबसे पुरानी शिखर वास्तुकला का अदभुत नमुना है। जानिए दशवतार मंदिर के बारे में कुछ खास बाते।

1.दशवतार मंदिर उत्तर-मध्य भारत में बेटवा नदी घाटी में उत्तर प्रदेश के देवगढ़ में स्थित है।
2.देवगढ़ एक प्राचीन शहर है। यहाँ हिंदू, जैन और बौद्ध स्मारकों के रूप में विभिन्न भाषाओं और लिपियों में कई शिलालेख पाए गए हैं।
3.दशवतार मंदिर 6 वीं शताब्दी में निर्मित हिंदू मंदिर है। यह गुप्ता काल के दौरान बनाया गया था। देवगढ़ का यह मंदिर भगवन विष्णु को समर्पित है।
4.इस मंदिर का निर्माण पत्थर और चिनाई ईंट से किया गया था। आज भी यह सबसे शुरुआती हिंदू मंदिरों में से एक है।
5.देवगढ़ पहाड़ी के नीचे बना यह मंदिर गुप्त अवधि में निर्मित है, और अलंकृत गुप्ता शैली वास्तुकला को दर्शाता है।
6.मंदिर में नाग पर लेटे भगवान विष्णु की मूर्ती है, इसके अलावा भगवान विष्णु की तपस्या करते हुये एक और मूर्ति बनी हुई है।
7.मंदिर में विष्णु से जुड़ी किंवदंतियों की मंदिर की आंतरिक और बाहरी दीवारों में मूर्तियां बनी हुई हैं।
8.मंदिर में शिव, पार्वती, कार्तिकेय, ब्रह्मा, इंद्र, नदी देवी गंगा और यमुना की अपनी छोटी पदचिह्न छवियों के साथ-साथ हिंदू महाकाव्य महाभारत के पांच पांडवों को दिखाते हुए एक पैनल भी शामिल है। जो मंदिर की शोभा बढ़ाते है।
9.यह अब लुप्त होता जा रहा है। फिर भी यह हिन्दू श्रद्धालुओं और विदेशी पर्यटकों को पूरे साल खासकर त्यौहार के समय भारी मात्रा में अपनी ओर आकर्षित करता है।
10.दशवतार मंदिर उत्तर प्रदेश के ललितपुर शहर से लगभग 30 किलोमीटर और खजुराहो से लगभग 220 किलोमीटर दूर है, हवाई जहाज से जाने के लिए निकटतम हवाई अड्डा खजुराहो है।
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